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Motivational poem in Hindi || खुद को पहचान

Motivational poem in Hindi

motivation poem in hindi
खुद को पहचान

जिंदगी में कुछ करना चाहते हो तो खुद को पहचान ना जरूरी है। ज़िंदगी में मजाक बनाने वाले बहुत मिलेंगे, और साथ देने वाले बहुत ही ज्यादा कम। इसी लिए लोग कुछ भी कहे तुम अपना काम करते जाओ। हँसने वाले हँसेंगे और जलने वाले जलेंगे। क्योंकि वो ऐसा करेंगे तुमको नीचे दिखाने के लिये। वो ऐसा कर रहे हैं क्योंकि तुमने खुद को पहचान लिया है। और वो अभी तक खुद को नही पहचान पाए है। यही फर्क है तुम में और उन में। 

Motivational poem in Hindi || खुद को पहचान

Motivational poem in Hindi

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खुद को पहचान

जाने दे दुनिया जिस रास्ते भी जाता हैं...
करने दे ओरो को जो करे..
तु क्यों करता खुद को परेशान...
अलग बन तु दुनिया से..
तेरे जेसा कोई नही...
अपनी राह खुद बना...

तिनका तिनका कोशिश से बना अपनी
एक अलग पहचान....
देखा है कभी चिड़िया का बुलंद होसला?
बारिश, तुफान उसका कुछ बिगाड़ ना पाया...
बार बार टुटता उसका घोंसला...
वो कतरा कतरा करके हर बार उसे बनाता...

भरोसा रख तु भी खुद पे...
हटेंगे ये काले बादल..
तेरी जिंदगी मे भी होगी खुशी की पहल...
साथ नही दे रहा कोई तो अकेले चल ले..

कोन जाने..कल तेरे पीछे काफिले चल लें..
बहोत ज्यादा ना दिल की सुन ना ही दिमाग की...
कर जो अब ठीक लगे...
कभी कभी मनमानी करना भी जरूरी है..
क्योंकि...ये व्हीडीयो गेम नहीं...जिंदगी है..
बार बार मोका नही देती है...
माधुर्य शर्मा
धन्यवाद दोस्तों अगर आपको हमारी Motivational poem in Hindi खुद को पहचान पसंद आये तो   share जरुर करें। 

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