हम जो सोचते हैं..वही बनते हैं..
हम जो सोचते हैं..वही बनते हैं..
महान योद्धा Bruce Lee ने कहा था- "आसान जीवन की अपेक्षा मत करो..बल्की खुद को एसा बनाओ की किसी भी कठिन परिस्थिति का सामना आसानी से कर सको.."
यही उनकी जिंदगी का मूलमंत्र होना चाहिए, जो आगे बढ़ने की ख्वाहिश रखते हे,
कुछ बनना चाहते हें, हर उस व्यक्ति को मुहतोड़ जवाब देना चाहते हें जो उनपर ऊंगली उठाते हैं।
हम जो सोचते हैं..वही बनते हैं
अगर कुछ बड़ा हासिल करना है। तो सबसे अहम बात है की हमें अपने "Comfort Zone" से बाहर निकलना होगा। मेहनत ओर लगन ही हमारे दोनो हाथ हें।
सुबह का प्रकाश देखने के लिए रात के अंधेरे से होकर गुजरना जरूरी हें।
बुरा वक्त ही इंसान की सही परख करवाता हें।बात है सोच की,सोच सही हो तो हम किसी भी चुनोती को पार कर सकते हें। ये बात याद रखना जरूरी हें की अगर हमारा लक्ष हमे डरा नही रहा हें तो लक्ष हमारा ऊतना बड़ा नही हें। अगर कोई तारीफ नही कर रहा हे तो इसका मतलब ये नही कि तुम कुछ अच्छा करना छोड दोगे।
हम जो सोचते हैं..वही बनते हैं
अगर idea काम नही कर रहा हे तो idea बदलो लक्ष नही। जिंदगी सबको मोका देती है अपना नाम समय के दीवार पर लिख जाने का। हम अपने बिते हुए कल को नही बदल सकते ओर ना ही आनेवाला कल हमारे हाथ है..हमारे हाथ है आज का ये वक्त जो हम अपनी मरजी से जी सकते हें। तो जरुरत हे तो सिर्फ खुद को पहचानने की ओर अपनी किस्मत खुद लिखने की। चार पंक्तियाँ-
हम जो सोचते हैं..वही बनते हैं..
ना ढाल ना तलवार
आत्मविश्वास तेरा हथियार
कल के जमाने की तु मिसाल होगा
सिर्फ होगी जीत की गुहार।
हम जो सोचते हैं..वही बनते हैं..
हमारी पोस्ट पढ़ने के लिए धन्यबाद।
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Nice
ReplyDeleteBhai Thank you
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